
D.N.T. पब्लिक स्कूल, मोहला में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया रजत जयंती स्थापना दिवस
मोहला, 5 जुलाई 2025:
D.N.T. पब्लिक स्कूल, मोहला में शनिवार को विद्यालय की 25वीं वर्षगाँठ पर “रजत जयंती स्थापना दिवस समारोह” बड़े ही उत्साह और गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ। विद्यालय प्रांगण इस अवसर पर उत्सवमय रंगों और आत्मीय भावनाओं से भर गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। इसके पश्चात प्राचार्य श्रीमती बीना तिवारी जी ने विद्यालय की 25 वर्षों की प्रेरणादायक यात्रा को साझा करते हुए कहा कि “यह यात्रा केवल इमारतों की नहीं, विश्वास और समर्पण की रही है।”
इस आयोजन में अनेक विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी मोहला मानपुर अं. चौकी श्री फत्तेराम कोसरिया, विशिष्ट अतिथि प्राचार्य सेजेस मोहला श्री सईद कुरैशी,
संस्था के सचिव श्री संतोष पांडेय,
संकुल समन्वयक श्री मलेश मालेकर, तथा श्री आशीष वर्मा मंचासीन रहे और सभी ने विद्यालय की उपलब्धियों की सराहना की।
इस विशेष अवसर पर विद्यालय के पूर्व विद्यार्थी (Alumni) और पूर्व शिक्षकगण भी विशेष रूप से आमंत्रित किए गए थे। मंच पर जब पूर्व विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए, तो अनेक आँखें नम हो गईं। उन्होंने बताया कि D.N.T. में मिले मूल्य, अनुशासन और शिक्षा ने उन्हें जीवन की चुनौतियों से जूझने की ताकत दी। वहीं, पूर्व शिक्षकों ने भी अपने समय की स्मृतियाँ साझा करते हुए भावुक अंदाज में विद्यार्थियों की सफलता को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बताया।



कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक नृत्य और विद्यालय गीत ने सभी का मन मोह लिया। विद्यालय की 25 वर्षों की यात्रा को “एक बीज से वटवृक्ष” की तरह एक भावनात्मक कहानी के रूप में प्रस्तुत किया गया।
इसके साथ ही शैक्षणिक, खेल, एवं सहगामी गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। RTE योजना के अंतर्गत अध्ययनरत बच्चों को निःशुल्क ड्रेस वितरित की गई, जिससे सामाजिक समावेश का भाव भी प्रकट हुआ।
समापन के समय धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए विद्यालय परिवार ने सभी अतिथियों, पूर्व विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों और सहयोगियों का आभार प्रकट किया।
यह आयोजन न केवल विद्यालय के गौरवपूर्ण अतीत की स्मृति बल्कि भावी पीढ़ियों को नई प्रेरणा देने वाला एक ऐतिहासिक क्षण भी बन गया।
योगेन्द्र सिंगने की रिपोर्ट