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– युक्तियुक्तकरण से गुणवत्ता युक्त शिक्षा को मिलेगी बढ़ावा

– जिला के अंतर्गत कोई भी स्कूल नहीं होगी प्रभावित

– एकल शिक्षकीय विद्यालय को मिली शिक्षकों की सौगात

– प्रेस वार्ता में प्रभारी कलेक्टर ने दी जानकारी

         

– युक्तियुक्तकरण से गुणवत्ता युक्त शिक्षा को मिलेगी बढ़ावा

– जिला के अंतर्गत कोई भी स्कूल नहीं होगी प्रभावित

– एकल शिक्षकीय विद्यालय को मिली शिक्षकों की सौगात

– प्रेस वार्ता में प्रभारी कलेक्टर ने दी जानकारी

         मोहला 5 जून 2025। प्रभारी कलेक्टर श्रीमती भारती चंद्राकर ने शिक्षा विभाग के अंतर्गत युक्तियुक्तकरण के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने के लिए शालाओं और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। नगरीय इलाकों में छात्रों की तुलना अधिक शिक्षक पदस्थ है, जबकि ग्रामीण और दूरस्थ अंचल की शालाओं में स्थिति इसके विपरीत है ,वहां शिक्षकों की कमी है, जिसके चलते शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हो रही है। छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम भी प्रभावित हो रहा है। इस स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से ही प्रदेश सरकार द्वारा युक्तियुक्तकरण का कदम उठाया गया है। इससे जिन शालाओं में शिक्षक की जरूरत है वहां शिक्षक उपलब्ध होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में गणित, रसायन, भौतिकी और जीव विज्ञान जैसे विषयों के विषय विशेषज्ञ उपलब्ध होंगे। बच्चों को अच्छी शिक्षा बेहतर शैक्षणिक वातावरण और बेहतर सुविधा मिलेगी। कुल मिलाकर

युक्तियुक्तकरण के माध्यम से छात्र शिक्षक का अनुपात का समावेश होगा। स्कूलों में संतुलन होगा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशा निर्देशों के अनुरूप शिक्षकों और शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में प्राथमिक स्तर पर छात्र शिक्षक का अनुपात 21.84 बच्चे प्रति शिक्षक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में 26.02 बच्चे प्रति शिक्षक है जो राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। राज्य में 212 प्राथमिक शालाएं शिक्षक विहीन हैं एवं 6872 चलाएं एकल शिक्षकीय हैं। हमारे जिले मोहला मानपुर अमरगढ़ चौकी में 13 प्राथमिक शालाएं शिक्षक विहीन एवं 203 शालाएं एकल शिक्षकीय है। राज्य में 48 पूर्व माध्यमिक शालाएं शिक्षक विहीन और 255 शाला एकल शिक्षकीय है। हमारे जिले में पूर्व माध्यमिक शाला शिक्षक की संख्या निरंक है, और 2 शाला एकल शिक्षकीय है। राज्य के प्राथमिक शालाओं में 7296 शिक्षक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 5536 शिक्षकों की आवश्यकता है। हमारे जिले में प्राथमिक स्कूलों में 229 शिक्षक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 78 शिक्षकों की आवश्यकता है। राज्य के प्राथमिक शालाओं में 3608 एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में 1765 शिक्षक ही अतिशेष है। हमारे जिले में प्राथमिक शालाओं में 101 एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में 27 शिक्षक अतिशेष है। युक्तियुक्तकरण से शिक्षक विहीन विद्यालय में शिक्षकों की उपलब्धता के साथ ही एक ही परिसर में विद्यालय होने से आधारभूत संरचना मजबूत होगी। यह व्यक्तियुक्तकरण  कोई कटौती नहीं है, बल्कि गुणवत्ता शिक्षा और समानता की दिशा में बड़ा कदम है  जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं, कि किसी भी विद्यार्थी की पढ़ाई प्रवाहित ना हो। राज्य में मात्र 241  स्कूलों का समायोजन किया जा रहा है। हमारे जिले में प्राथमिक शाला 9 पूर्व माध्यमिक शाला 10 कुल 19 शालाओं का ही समायोजन किया जा रहा है। राज्य के कुल 10538 स्कूलों में से 10297 स्कूल यथावत संचालित रहेंगे। जबकि प्राथमिक शाला 612 पूर्व माध्यमिक शाला 204 कल साल 816 स्कूल यथावत संचालित होंगे।  सिर्फ उन्हीं स्कूलों का समायोजन किया जा रहा है जिनमें छात्रों की संख्या बहुत कम है और पास के शाला में बेहतर विकल्प मौजूद है। हमारे जिले में 2 प्राथमिक शालाएं कम छात्र संख्या एवं 1 किलोमीटर से कम दूरी के दायरे में है। जिसे समिति द्वारा दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण समायोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है। एक ही परिसर में स्थित विद्यालयों को समाहित कर क्लस्टर मॉडल विकसित किया जा रहा है। अतिशेष शिक्षकों का पुनः समायोजन कर एकल शिक्षकीय और शिक्षक विहीन विद्यालयों में पदस्थापना किया जा रह है। युक्तिकरण से लगभग 90% बच्चों को तीन बार प्रवेश प्रक्रिया से मुक्ति मिलेगी। और बच्चों को पढ़ाई में गुणवत्ता के साथ ही निरंतरता में भी बने रहेगी। बच्चों में ड्रॉपआउट दर में कमी आएगी। अच्छी बिल्डिंग और लाइव लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं एक ही जगह देना आसान होगा। युक्तियुक्तकरण के बाद अब जिले में कोई भी प्राथमिक शाला शिक्षक विहीन नहीं है। जो कि पहले 13 शालाओं में थी। इस तरह से कोई भी  माध्यमिक शाला एकल शिक्षक विहीन नहीं रहेगा। हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूलों में पहले 8 शाला में गणित एवं  3 स्कूलों में अंग्रेजी व्याख्याता शिक्षक नहीं थे। अब युक्तियुक्तकरण के बाद सभी शालाओं में शिक्षक की पूर्ति हो गया है।
– युक्तियुक्तकरण के बाद अब  शालाओं का दृश्य
        हाई स्कूल मड़ियांनवाडवी में उन्नयन के 6 साल बाद पहली बार गणित का व्याख्याता शिक्षक पदस्थ हुआ है। हाई स्कूल वासडी में लंबे समय से गणित, विज्ञान के व्याख्याता शिक्षा की मांग ग्रामीण द्वारा की जा रही थी, जो की युक्तियुक्तकरण के बाद पूर्ति हो गई है। जिले के तीनों ब्लाकों में शिक्षकों की संख्या अनियमित थी, जो अब सामान हुई है। मानपुर ब्लॉक के  माध्यमिक शाला हुरेली 2018 से एकल शिक्षकीय था, जो अब 7 साल बाद प्रधान पाठक और 2 शिक्षक सहित कुल 3 शिक्षक  पदस्थ हो गए हैं। इस तरह प्राथमिक शाला कलवर मानपुर 2 सालों से शिक्षक विहीन था, अब 2 शिक्षक युक्तियुक्तकरण के बाद पदस्थ हो गए हैं। इस प्रकार से युक्तियुक्तकरण जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी के लिए क्रांतिकारी कदम साबित होगा।

*जिला ब्यूरो योगेन्द्र सिंगने की रिपोर्ट**

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