
– गृहिणी से लखपति दीदी तक- बिमला बाई साहू की प्रेरणादायक उड़ान
मोहला 27 जून 2025। श्रीमती बिमला बाई साहू, विकास खंड मोहला अंतर्गत ग्राम भालापुर चापाटोला की रहने वाली, एक समय में केवल गृहिणी और कृषि कार्यों में संलग्न थीं। उनका जीवन साधारण था, और आय का एकमात्र साधन कृषि और मजदूरी ही था। लेकिन, 2016 में बिहान मिशन से जुड़ने के बाद उनके जीवन में एक नई रोशनी आई।
श्रीमती बिमला ने जय माँ भवानी स्वयं सहायता समूह में शामिल होकर न केवल आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाया, बल्कि स्वावलंबी होने की प्रेरणा भी प्राप्त की। समूह से जुड़ने के बाद, उन्होंने निरमा और फिनायल बनाने की कला सीखी, और इसके साथ ही किराना व वेल्डिंग का व्यवसाय भी शुरू किया। समूह के अन्य महिलाओं के साथ मिलकर निरमा और फिनायल का निर्माण करने का कार्य प्रारंभ किया, जिससे उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया।


बिहान मिशन से 65,000 रुपये का ऋण प्राप्त कर, बिमला बाई साहू ने खुद की पूंजी लगाकर व्यवसाय में कदम रखा। आज, वह निरमा और फिनायल का उत्पादन कर, पैकिंग करके अपने गांव के आस-पास के क्षेत्र में बिक्री करती हैं। उन्हें प्रतिमाह 8,000 से 10,000 रुपये का शुद्ध लाभ प्राप्त हो रहा है और सालाना उनका आय एक लाख रुपये से भी अधिक हो गया है।
बिमला दीदी का यह अनुभव यह दर्शाता है कि बिहान मिशन ने केवल उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त नहीं किया, बल्कि उनके आस-पास की महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उनका सपना है कि वे अपना व्यवसाय और बढ़ाएं, और अपने काम की पहुंच घर से लेकर बाजार तक सुनिश्चित करें।
आज बिमला दीदी अपने समूह के साथ मिलकर यह संदेश दे रही हैं कि सही मार्गदर्शन, शिक्षा, और थोड़ी सी मेहनत से किसी भी महिला को स्वावलंबी और सशक्त बनाया जा सकता है। उनका उदाहरण यह बताता है कि बिहान मिशन से जुड़कर कोई भी महिला अपना जीवन बदल सकती है, और समाज में एक नया बदलाव ला सकती है।
सफलता की यह कहानी हम सभी के लिए एक प्रेरणा है, और यह दर्शाती है कि महिलाओं को अगर सही अवसर मिले तो वे किसी भी मुश्किल को पार कर सकती हैं और अपने परिवार और समाज के लिए एक मिसाल बन सकती हैं।
योगेन्द्र सिंगने की रिपोर्ट।