सनातन शक्ति यात्रा 2025: हिंदू जागरण और शिव चेतना का महासंग्राम

सनातन शक्ति यात्रा 2025: हिंदू जागरण और शिव चेतना का महासंग्राम
🔷 प्रस्तावना: सनातन शक्ति यात्रा 2025 क्या है?
सनातन शक्ति यात्रा 2025, हिंदू सनातन वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल जोगी के नेतृत्व में आयोजित एक ऐतिहासिक धार्मिक और सामाजिक यात्रा है, जिसका शुभारंभ 16 अप्रैल 2025 को अनुराधा नक्षत्र के अमृत काल में होगा। इस यात्रा का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक आस्था को प्रकट करना नहीं, बल्कि हिंदू समाज में चेतना, संगठन, और शिवभक्ति के साथ एक सनातन जागरण लाना है।
यह यात्रा भगवान शिव को समर्पित होगी – जो संहार नहीं, नव-सृजन के देवता हैं। यह यात्रा धर्म, संस्कृति, परंपरा और गौरव का ऐसा संगम होगी जो इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगी।
जानिए कौन हैं राहुल जोगी
राहुल जोगी Rahul Jogi जन्म 21 अगस्त 1990 मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश में पिता स्वर्गीय राजपाल जोगी माता अनीता जोगी के यहां हुआ और ये एक प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ है। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय समन्वयक रहे है लेकिन हिन्दू विचार धारा को महत्त्व देते है। हिन्दू सनातन वाहिनी के राष्ट्रीय अध्य्क्ष भी है तथा वर्तमान में भाजपा के वरिष्ठ नेता है मध्य प्रदेश और राजस्थान में योगी गोस्वामी नाथ एवं ब्राह्मण समुदाय मके साथ साथ परिहार पांचाल स्वर्णकार निषाद अन्य कई बड़े वर्गों में बड़ा प्रभाव रखते है। जिनकी प्रसिद्धि भारत के साथ-साथ अन्य देशो जैसे नेपाल भूटान इत्यादि तक फैली है, जोकि रूपा साही खानदान से माने जाते है उनके पूर्वज प्राचीन काल में शामली उत्तर प्रदेश सल्तनत के बड़े पुरोहित माने जाते थे।
🕉️ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व: एवं प्रथम चरण
यह यात्रा शिव महायज्ञ से शुरू होकर उत्तर भारत के प्रमुख सांस्कृतिक नगरों और गांवों से गुजरती है। हर पड़ाव पर महादेव का आराधन, स्वागत और जनजागरण शिविर आयोजित होंगे।
यह यात्रा केवल भौगोलिक नहीं है — यह एक आत्मिक यात्रा है। यह सनातन धर्म की जड़ों को सींचने और हिंदू समाज को संगठित करने का आह्वान है।
🔱 सनातन शक्ति यात्रा: ऐतिहासिक और शास्त्रीय संदर्भ
🕉️ शास्त्रों में यात्रा की परंपरा
वेदों और पुराणों में यात्राओं को तीर्थयात्रा और धर्म प्रचार और पुण्य का माध्यम माना गया है।
स्कंद पुराण में भगवान शिव की यात्रा और उनके अनुयायियों द्वारा धर्म प्रचार का उल्लेख है।
मनुस्मृति और महाभारत में ‘धर्मयात्रा’ को लोक कल्याण और धर्म रक्षा का कार्य बताया गया है।
📜 ऐतिहासिक उदाहरण
आदि शंकराचार्य द्वारा चार धाम यात्रा – धार्मिक एकता का आधार बनी।
इन्हीं परंपराओं पर आधारित सनातन शक्ति यात्रा आधुनिक युग का धर्म-संग्राम है।
🚩 यात्रा का उद्देश्य और विशेषताएं
🔷 मुख्य उद्देश्य
उद्देश्यविवरणधर्म जागरणहिंदू समाज को सनातन धर्म के मूल सिद्धांतों से जोड़नासंगठनहिंदू समाज को एक मंच पर संगठित करनाशिव भक्तिशिव को शक्ति का प्रतीक मानकर युवाओं में ऊर्जा भरनासंस्कृति रक्षाधर्मांतरण और सांस्कृतिक हमलों के विरुद्ध आवाज़ बनना
🔷 प्रमुख विशेषताएं
भगवान शिव को केंद्र में रखकर शिवरथ यात्रा
हर भक्त को रुद्राक्ष और भगवा पटका
घर-घर भगवा ध्वज अभियान
शिव रक्षा सूत्र और संकल्प हवन
🛣️ यात्रा का मार्ग और कार्यक्रम
🔰 यात्रा रूट प्लान ( 16 -17 अप्रैल 2025 – प्रथम चरण)
दिनमार्गमुख्य कार्यक्रम1कुरुक्षेत्र → करनालमहायज्ञ, भगवा अभियान2करनाल → शामलीशिव रक्षा सूत्र वितरण3शामली → मुजफ्फरनगरशिव संकल्प अभियान4मुजफ्फरनगर → नीलकंठ धामअंतिम यज्ञ और समापन समारोह
🕉️ सनातन महासभा – यात्रा का समापन
नीलकंठ धाम में समापन समारोह
देशभर से संत, महंत और धर्माचार्य शामिल
“सनातन धर्म योद्धा प्रमाणपत्र” का वितरण
हिंदू समाज की भविष्य की कार्ययोजना की घोषणा
🙋♂️ FAQs: लोगों के सामान्य प्रश्न
❓ 1. सनातन शक्ति यात्रा क्या सिर्फ धार्मिक यात्रा है?
उत्तर: नहीं, यह धार्मिक के साथ-साथ सामाजिक, सांस्कृतिक और वैचारिक आंदोलन है।
❓ 2. इसमें कौन-कौन शामिल हो सकता है?
उत्तर: कोई भी सनातन धर्म प्रेमी – युवा, वृद्ध, महिलाएं – सभी शामिल हो सकते हैं।
❓ 3. इस यात्रा में भगवान शिव को कैसे जोड़ा गया है?
उत्तर: शिव को केंद्र बनाकर – रथ, रुद्राक्ष, शिवरक्षा सूत्र, जयघोष, और यज्ञ के माध्यम से जोड़ा गया है।
❓ 4. क्या यह यात्रा एक बार की है?
उत्तर: नहीं, यह यात्रा भारत के अन्य भागों में भी चरणबद्ध तरीके से आयोजित की जाएगी।
❓ 5. क्या इसमें धर्मांतरण विरोधी अभियान भी है?
उत्तर: हाँ, सनातन धर्म की रक्षा और धर्मांतरण के विरुद्ध जनचेतना भी इसका एक उद्देश्य है।
🔚 निष्कर्ष: सनातन की शक्ति का उदय
“सनातन शक्ति यात्रा 2025” एक ऐतिहासिक संकल्प है – यह यात्रा परंपरा और परिवर्तन का संगम है। भगवान शिव की भक्ति और सनातन धर्म के सिद्धांतों के साथ, यह आंदोलन धर्म की रक्षा और समाज के पुनर्जागरण की आधारशिला रखेगा।
🚩 यह सिर्फ यात्रा नहीं, युग परिवर्तन का शंखनाद है।