
छत्तीसगढ़ राज्य वित्त सेवा के सबसे वरिष्ठ अधिकारी एवं कोष लेखा एवं पेंशन विभाग के वित्त नियंत्रक जैसे सर्वोच्च पद से सेवानिवृत्ति के उपरांत मोहला मानपुर अम्बागढ़ चैकी जिले में अपने गृहग्राम अरजकुंड पहुॅचने पर श्री तिलक शोरी का ग्रामीणों एवं अंचल के लोगों ने भव्य एवं आत्मीय स्वागत अभिनंदन किया। अपने गांव,
अंचल तथा आदिवासी बाहुल्य मोहला मानपुर जिले के लाडले सपूत के स्वागत में विशाल जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस अवसर पर श्री तिलक शोरी के अपने ग्राम अरजकुंड पहुॅचने पर गांव के प्रवेश द्वार से गाजे बाजे के साथ स्वागत करते हुए, उन्हें ससम्मान उनके निवास स्थल तक पहुॅचाया गया। अपने गांव तथा अंचल के वरिष्ठ अधिकारी के सेवानिवृत्ति के उपरांत गृहग्राम में आगमन पर पूरे गांव में हर्ष का माहौल था। इस दौरान ग्राम अरजकुंड के लोगों ने अपने अपने घरों से बाहर निकलकर श्री तिलक शोरी का आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया। उल्लेखनीय है कि श्री तिलक शोरी राज्य वित्त सेवा के अधिकारी के रूप में लम्बी सेवा के उपरांत संचालनालय कोष लेखा एवं पेंशन विभाग इंद्रावती भवन नया रायपुर में वित्त नियंत्रक पद से 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त हुए हैं। उल्लेखनीय है कि श्री सोरी सन् 1988-89 में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से लेखाधिकारी के पद पर चयनित हुए थे। अपने सेवा काल के दौरान वे मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्य के अलग अलग स्थानों में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दी है। राज्य वित्त सेवा के अधिकारी के रूप में चयन होने के पूर्व वे शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दी है।



उनकी पहचान एक अपने विषय के जानकार, अत्यंत परिश्रमी, अपने कार्य में पारंगत, दक्ष एवं कुशल अधिकारी के साथ-साथ एक मिलनसार एवं संवेदनशील व्यक्ति के रूप में है। वर्तमान में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सविता तिलक शोरी जिला पंचायत सदस्य के रूप में आमजनता की सेवा कर रही है। उनके परिवार में उनकी माता श्रीमती फुलकुंवर शोरी, दो छोटी बहन, तीन छोटे भाई एवं उनकी दो सुपुत्री कु. प्रिया एवं पल्लवी सहित भरापूरा परिवार है। इस अवसर पर मित्रों एवं शुभचिंतकों ने उनके सेवानिवृत्ति के उपरांत उनके उज्जवल, यशस्वी एवं मंगलमय जीवन की कामना करते हुए उन्हे हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
योगेन्द्र सिंगने की रिपोर्ट