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फर्जीवाड़ा का खुलासा के लिये जांच समिति गठित: फर्जी नियुक्ति पत्र से 9 लोग बने सरकारी कर्मचारी, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश

मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी।
शिक्षा विभाग में बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जहां फर्जी नियुक्ति पत्र के सहारे 9 लोग वर्षों से सरकारी नौकरी कर रहे हैं। यह सनसनीखेज खुलासा अंतरराष्ट्रीय ह्यूमन राइट ऑर्गेनाइजेशन वायडीसी के उपाध्यक्ष डॉ. सुखराम साहू ने प्रेसवार्ता के माध्यम से किया।

अम्बागढ़ चौकी स्थित विश्राम भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में डॉ. साहू ने दस्तावेजों के साथ यह दावा किया कि जिला शिक्षा विभाग में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर डोलामनी मटारी, शादाब उस्मान, अजहर सिद्दीकी और सहायक ग्रेड-3 के पद पर आशुतोष कछवाहा, मोहम्मद अब्दुल अमीन शेख, फगेंद्र कुमार सिन्हा, टीकम चंद, रजिया अहमद और एच. अन्थोनी अम्मा को फर्जी नियुक्ति पत्र के माध्यम से नियुक्त किया गया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस संबंध में कई बार उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को शिकायत देने के बावजूद अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) फत्तेलाल कोसरिया ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर जांच समिति का गठन किया जा रहा है। समिति द्वारा दस्तावेजों की गहन जांच की जाएगी, जिससे यह स्पष्ट होगा कि नियुक्तियां वैध हैं या फर्जी।

डॉ. साहू ने कहा कि यह मामला न केवल प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण है, बल्कि योग्य अभ्यर्थियों के साथ भी अन्याय है। यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।

जिला प्रशासन अब सक्रिय, जांच मे आरोप साबित होने परआने वाले दिनों में हो सकते हैं बड़े खुलासे।

योगेन्द्र सिंगने की रिपोर्ट

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