डौंडीलोहारा विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी की तानाशाही

डौंडीलोहारा —— विकास खंड शिक्षा अधिकारी व सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी डौंडीलोहारा के मनमानी व घोर लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रहा है। शासकीय प्राथमिक शाला बीजाभाठा से उषा बोरकर तत्तकालीन प्रभारी प्रधान पाठिका पर ग्रामवासी बीजाभाठा द्वारा अरोप लगाये गये थे।
(१) छात्रों को गाली देना।
(२) समिति सदस्यों को कही थी–ऐसे लोगों को जूते से मारना चाहिए।
(३) अवकाश लेकर हस्ताक्षर
करना।
(४) शाला निधि राशि व्यय में मनमानी करना।
उक्त पूर्व में की गई शिकायत पर जांच पड़ताल विकास खंड शिक्षा अधिकारी व सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी डौंडीलोहारा द्वारा किया गया। आरोप सही पाया गया और कोई ठोस कार्रवाई न करते हुए। छात्र हित को दृष्टिगत रखते हुए अन्य शाला में अध्यापन व्यवस्था के तहत अटैचमेंट किया गया।उस समय ग्रामवासियों द्वारा अधिकारियों से कहा गया था कि यह शिक्षिका वापस नहीं होना चाहिए।
शाला में गत वर्ष कुल दर्ज संख्या 43 था। एक प्रधान पाठक व एक सहायक शिक्षक प्रयाप्त था। लेकिन युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के चलते एक सहायक शिक्षिका नर्मदा साहू अतिशेष में आ गई और उसे दूसरे शाला स्थानांतरित होना पड़ा। उषा बोरकर को मूल शाला वापस होना पड़ा। तमाम बातों को लेकर बीजाभाठा के ग्रामीण जनों में रोष व्याप्त है हमारे शिकायत पर ठोस कार्रवाई नहीं किया गया। ग्रामवासियों की मानना है कि अधिकारियों की मिलीं भगत से यह सब हुआ है। उनका मांग है कि नर्मदा साहू वापस लाया जाए। हमें उषा बोरकर नहीं चाहिए। पालकों ने बच्चों को शाला भेजना बंद कर दिया है।जब हमारे मामला न सुलझाये जाऐ तब तक बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे तथा 21/06/2025 से स्कूल में लाता बंदी किया जाएगा।
युक्तियुक्तकरण नियमानुसार शिकायत से हटाये गये शिक्षक को संलग्न शाला में पदस्थापना आदेश देना है। यहां विकास खंड शिक्षा अधिकारी की घोर लापरवाही देखने को मिल रहा है, नियमों का पालन नहीं किया।
1. विकास खंड अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला पिनकापार में गत वर्ष 51 दर्ज संख्या था। वहां एक प्रधान पाठक व सहायक शिक्षक युक्तियुक्तकरण से पदांकन किया गया और पहले से एक शिक्षक पदस्थ था तो वहां 51 छात्रों में तीन शिक्षक हो गये। जबकि 60 छात्रों में दो शिक्षक रखना है।
- शासकीय प्राथमिक शाला झिटिया में भी दर्ज संख्या के अनुपात में आवश्यकता से अधिक प्राधान पाठक व तीन अतिशेष शिक्षक पदांकन किया गया है। यहां भी गंभीर अनियमितता पाया गया है।
- श्रीमती आरती कोसरे (संस्कृत) व्याख्याता आत्मानंद उ मा विद्यालय
राणाखुज्जी से अतिशेष के दायरे में आएंगे लेकिन उसका नाम सूची में शामिल नहीं है।
अतः समस्त ग्रामवासियों की मांग है कि संबंधित दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए नर्मदा साहू को वापस शासकीय प्राथमिक शाला बीजाभाठा पदस्थ किया जाये।