राकेश यादव के हस्तक्षेप के बाद राजस्व विभाग की भर्ती निरस्त।
राकेश यादव के हस्तक्षेप के बाद राजस्व विभाग की भर्ती निरस्त।
बालोद :-
08 अगस्त। संयुक्त जिला कार्यालय बालोद में राजस्व विभाग के अंतर्गत जारी सीधी भर्ती को निरस्त कर दिया गया है। इसमें भर्ती चयन समिति के अध्यक्ष के द्वारा सहायक ग्रेड 3, स्टेनोटायपिस्ट, वाहन चालक, भृत्य, अर्दली, चौकीदार, फर्रास, प्रोसेस सर्वर के कुल 91 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया को अपरिहार्य कारणों से तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाने का आदेश दिया है।
विवादित भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कराने खुद मैदान उतरे राकेश यादव:
बालोद के राजश्व विभाग में सीधी भर्ती 2023 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने शुरू की थी। दरअसल भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता एवं पारदर्शिता की कमी के कारण युवाओं में रोष व्याप्त था। विभिन्न वर्गों की भर्ती प्रक्रिया पर उठे सवालों को हल करने के लिए पूर्व प्रदेश मंत्री राकेश यादव खुद मैदान में उतर गए।
भर्ती निरस्त कराने विभागीय मंत्री से की थी शिकायत:
राजश्व मंत्री टंकराम वर्मा से शिकायत कर भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाया और कहा है कि युवाओं के संशय वाले मसलों का हल संवेदनशीलता के साथ किया जाना चाहिए। युवा देश के भविष्य हैं और देश की रीढ़ हैं। युवाओं के संशय को दूर करना भाजपा और सरकार की जिम्मेदारी है। उनके साथ किसी तरह का अन्याय न हो इसलिए भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर नए सिरे से व्यापम के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया कराने की मांग विभागीय मंत्री से की थी।
इस भर्ती प्रक्रिया पर सभी की है नजर:
चूंकि राजश्व विभाग की इस सीधी भर्ती में अनियमितता करने का आरोप लगा है। इसलिए इस भर्ती प्रक्रिया पर भी सभी नजरें टिकी हुई है। मंत्री टंकराम वर्मा से शिकायत करने वाले पूर्व प्रदेश मंत्री राकेश यादव ने जो मांग पत्र दिया है, उसमें बताया गया है कि पात्र अपात्र की सूची में अंको का प्रतिशत उपलब्ध नहीं है जो संदेह पैदा करता है। कुछ अभ्यर्थियों का एक ही वर्ग में दो-दो बार नाम आया है। प्रदेश भर के कई जिलों से अभ्यर्थी राजस्व विभाग के भर्ती प्रक्रिया में आवेदन किये हैं, उसमें सूची को संबंधित बोर्ड से सत्यापन होना था, जो नहीं हुआ है। वर्तमान में इसी जिले में अन्य विभाग के भर्ती प्रक्रिया में प्राप्तांको को प्रदर्शित किया गया है, जबकि राजस्व विभाग के भर्ती प्रक्रिया में प्रतिशत को प्रदर्शित नहीं किया जाना संदेहास्पद है। पूर्व में कुछ जिलों में भर्ती प्रक्रिया हुई थी, जिसके सत्यापन में कई अंकसूची फर्जी पाये गये थे। संभावना है कि बालोद जिले के राजस्व भर्ती प्रक्रिया में भी इस प्रकार की अनियमितता हुई है।
फैसले के बाद काफी खुश दिखें युवा:
भर्ती चयन समिति अध्यक्ष के आदेश के कुछ क्षण बाद, सरकारी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवार खुश हो गए, उनका कहना है कि संघर्ष के बाद आखिरकार न्याय मिला, हम इस दिन का इंतजार कर रहे थे। युवाओं ने बीजेपी के पूर्व प्रदेश मंत्री राकेश यादव को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनका आभार जताया है।