जिला शिक्षा अधिकारी को जारी किए निर्देश


बीजाभाठा की शिक्षिका उषा बोरकर को निलंबित करने संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग का निर्देश
संभाग आयुक्त के टीप पर संयुक्त संचालक ने जिला शिक्षा अधिकारी बालोद को जारी किया पत्र
पूर्व शिकायत में प्रथमदृष्टया दोषी पाई गई थी शिक्षिका
ग्रामीणों द्वारा शिक्षिका व जांच अधिकारी डौंडीलोहारा मिलीभगत का आरोप
शिक्षिका उषा बोरकर को संरक्षण देने वाले विकास खंड शिक्षा अधिकारी व सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी डौंडीलोहारा पर कोई कार्रवाई नहीं
शिक्षा अधिकारी डौंडीलोहारा पर कार्रवाई न होना न्याय संगत नहीं
सभी के लिए एक समान न्याय नहीं।
डौंडीलोहारा—- बीजाभाठा शासकीय प्राथमिक शाला का मामला शिक्षा विभाग का सत्र के शुरुआत में हाई प्रोफाइल बना हुआ।सब की नजर इस मामला को लेकर है । शिक्षिका उषा बोरकर पूर्व में ग्रामीणों द्वारा किए गए शिकायत में दोषी पाई गई थी,मगर शिक्षा अधिकारी के संरक्षण के कारण निलम्बन से बच गईं थीं। सत्र की शुरुआत में बीजाभाठा के ग्रामीणों शिक्षिका के मूल शाला वापसी पर विरोध जोर पकड़ा। मामले की शिकायत संभाग आयुक्त तक करने पर संभागीय संयुक्त संचालक दुर्ग द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी बालोद को शिक्षिका उषा बोरकर को पूर्व शिकायत के आधार पर तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश दिया गया। तथा निलम्बित आदेश व प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया लेकिन मामले में लिप्त विकास खंड शिक्षा अधिकारी व सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी डौंडीलोहारा भी दोषी है ,इस पर कोई दिशा निर्देश नहीं दिया गया। शिक्षिका उषा बोरकर से अधिक दोषी शिक्षा अधिकारी डौंडीलोहारा है।उन तत्काल कार्रवाई होना चाहिए।
बालोद जिला शिक्षा विभाग में इसके पूर्व अनुकम्पा नियुक्ति में गड़बड़ी करने वाले एक शिक्षक,एक लिपिक सहित जिला शिक्षा अधिकारी निलंबित किया गया था। तो बीजाभाठा प्रकरण में शिक्षिका सहित जांच अधिकारी अश्वन साहू सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी डौंडीलोहारा व संरक्षण देने वाले हिमांशु मिश्रा विकास खंड शिक्षा अधिकारी डौंडीलोहारा पर कार्रवाई क्यों नहीं किया गया।
