गंगा दशहरा के पावन अवसर पर दल्ली राजहरा के शिव संस्कार धाम में होगी पंचमुखी हनुमान जी की स्थापना।

गंगा दशहरा के पावन अवसर पर दल्ली राजहरा के शिव संस्कार धाम में होगी पंचमुखी हनुमान जी की स्थापना।
दल्लीराजहरा:-
शिव संस्कार धाम के अध्यक्ष निलेश श्रीवास्तव ने बताया कि 14 जून शुक्रवार संध्या 4:00 बजे हनुमान जी की प्रतिमा का श्री राम मंदिर से कलश यात्रा के साथ नगर भ्रमण कराया जाएगा जो कि अपने गंतव्य शिव संस्कार धाम में यात्रा किस समाप्ति होगी l 15 जून शनिवार प्रातः 9:00 बजे विधि पूजन एवं अधिवास 16 जून गुरुवार प्रातः 9:00 बजे से मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा होगी ।

शिव संस्कार धाम के कोषाध्यक्ष हेमशंकर साहू ने पंचमुखी हनुमान जी के स्थापना के बारे में बताया कि हनुमान जी के विभिन्न रूपों में पंचमुखी रूप को सबसे शक्तिशाली माना जाता है l धार्मिक ग्रंथ रामायण के अनुसार पंचमुखी हनुमान जी का रहस्य यह है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और रावण के युद्ध के समय मेघनाथ के मारे जाने पर लंका पति रावण ने अपने भाई अहिरावण और महिरावण से मदद मांगी l उन्होंने रावण के कहने पर राम और लक्ष्मण का अपहरण कर लिया और अपनी आराध्य देवी मां भवानी के सामने बलि देने के लिए दोनों को लेकर पाताल चले गए l अहिरावण जो की मां भवानी का भक्त था l इसलिए उसने 5 दिशा में पांच दीपक मां भवानी के नाम से जला रखे थे ।

अहिरावन को यह वरदान था कि जो कोई उन पांचो दीपक को एक ही फूंक से बुझाएगा ,वही उसका वध कर पाएगा l अहिरावण का वध करने के लिए तब हनुमान जी को पंचमुखी रूप धारण करना पड़ा l जिसमें उत्तर दिशा में वराह मुख दक्षिण दिशा में नरसि मुख पश्चिम दिशा में गरुड़ मुख तथा आकाश की तरफ है ह्यग्रीव मुख एवं पूर्व दिशा में हनुमान मुख था l उसके बाद हनुमान जी ने अहिरावण और महिरावण का वध कर भगवान राम लक्ष्मण को उनके चुंगल से मुक्त कराया था और लंका विजय प्राप्त किया l
शिव संस्कार धाम की ओर से पूरे नगर वासियों को इस पावन बेला पर सम्मिलित होने के लिए सादर आमंत्रित किया गया है