छत्तीसगढ़ माईंस श्रमिक संघ के द्वारा दल्लीराजहरा नगर पालिका परिषद व सीएमओ को आवेदन देने पर शहीद वेदी की भूमि पर अतिक्रमण को नगर पालिका ने रोक लगाई।
ओछी राजनीति कर नगर पालिका परिषद के द्वारा किए गए कार्य को आसंवैधानिक मानकर किया गया दुष्प्रचार।
दल्लीराजहरा :-
छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के अध्यक्ष कामरेड सोमनाथ उइके ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मजदूर आंदोलन के समय 2-3 जून 1977 के गोली काण्ड में बालक सुदामा सहित 11 मजदूर शहीद हुए हैं। उन शहीदों की शहादत को सम्मान करने के लिए जहां पर वे शहीद हुए थे , शहीद वेदी का निर्माण किया गया है l शहीद वेदी के स्थान ऐसा था कि चारों तरफ व्यक्ति घूम सके लेकिन उस शहीद वेदी की जमीन पर देवेन्द्र कुमार के द्वारा अतिक्रमण कर पहले तो शाहिद बेदी से मिलाकर बाउंड्रीवाल बना दिया गया तथा बाद में दो शहीद वेदी के बीच लगभग 8 फीट अपना बाउंड्री वॉल बना रहा था ।
जिसकी कार्यवाही करने के लिए छत्तीसगढ़ माईंस श्रमिक संघ के द्वारा नगर पालिका परिषद दल्ली राजहरा और नगर पालिका मुख्य नगर पालिका अधिकारी दल्ली राजहरा को आवेदन दिया गया था।
जिस पर नगर पालिका परिषद के द्वारा बल भेज कर अवैध निर्माण को तोड़वाया गया l
कुछ लोगों के द्वारा ओछी राजनीति कर नगर पालिका परिषद के द्वारा किए गए कार्य को आसंवैधानिक मानकर दुष्प्रचार किया जा रहा है । गलत और सही का पहले निर्णय ले वास्तव में नगर पालिका द्वारा किया गया कार्यवाही क्या गलत है ? आपको यदि गलत लगता है तो शहीद वेदी पर आकर उसे अवश्य देखें ।
जरा सोचिए ! जिन्होंने मजदूर आंदोलन में मजदूरों की हक और अधिकार की लड़ाई के लिए कई दिनों तक हड़ताल किये, धरना प्रदर्शन में भाग लिये हज़ारों बंदूकधारी प्रशासन के आगे बच्चे महिलाये को लेकर डटे रहे और इस आंदोलन में अपने प्राण तक न्योछावर कर शहीद हो गए।
क्या हमारा यह कर्तव्य नहीं बनता कि उनके शहादत को सम्मान दे ! और देव तुल्य मानकर उनकी पूजा करें शहीद वेदी की जमीन पर कब्जा शहीदों का अपमान है जिसकी छत्तीसगढ़ माईंस श्रमिक संघ घोर निन्दा करता है और क्षेत्र की जनता को आग्रह करता है कि सच्चाई को बिना जाने ही राजनीतिक कारणों से झूठी बातें सोशल मीडिया पर फैलाने वाले की बातों को सच न माने।
*शहीद वेदी की जमीन पर किसी भी प्रकार का कब्जा छत्तीसगढ़ माईंस श्रमिक संघ बर्दाश्त नहीं करेगा।