ब्लॉक कांग्रेस उपाध्यक्ष लक्ष्मी भर्गव ने लगाया बड़ा आरोप, ACC प्लांट के जनसुनवाई का विरोध करने वाले को कहा असमाजिक तत्व…
रविन्द्र टंडन
मस्तूरी – विकास खण्ड के अंतर्गत पचपेड़ी थाना क्षेत्र में ACC प्लांट प्रभावित ग्राम विद्याडीह, टांगर , बोहारदीह, गोडाडीह,भुरकुंडा,की पर्यावरण की जनसुनवाई ग्राम लोहर्सी में रखा गया था। जिसमे बिलासपुर कांग्रेस कमेटी के ग्रामीण जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी समेत बड़ी संख्या में जिले एवं मस्तूरी क्षेत्र के कांग्रेसी पहुंचे थे।जिन्होंने जनसुनवाई का विरोध किया और पीठासीन अधिकारी से लिखित में जनसुनवाई का स्थगित आदेश लेने के बाद ही कांग्रेसी शांत हुए थे। जनसुनवाई में काफी हंगामा और तोड़फोड़ भी हुआ था।जिसके वजह से जिले के बड़े पुलिस अधिकारियों समेत अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा था। जनसुनवाई समापन के बाद कई कांग्रेसी नेताओं ने मीडिया के सामने जनसुनवाई स्थगित करवाने में अहम रोल अदा करने का श्रेय भी लिया था। लेकिन जनसुनवाई स्थगित होने के 12 दिन बाद ऐसा क्या हुआ मस्तूरी ब्लाक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष लक्ष्मी भार्गव आसपास के 4,5 सरपंचों को लेकर बिलासपुर स्थित कलेट्रोरेट पहुँच जनसुनवाई को फिर से करवाने कलेक्टर से फरियाद करने लगे और अपने लेटर पेड में बकायदा जनसुनवाई में विरोध करने वालो को असामाजिक तत्व बता दिया। जिसके वजह से आसपास के ग्रामीण, किसान अपनी बात नही रख पाए। लक्ष्मी भार्गव ने जनसुनवाई की अगली सुनवाई नई तारीख में करवाने की गुहार लगाई है।
*नेता जी ने आखिर किसे कहा असामाजिक तत्व*
लंबे समय से ग्रामीणों ने acc प्लांट का विरोध कर रहे थे जिसे ध्यान में रख कर कांग्रेस के जिला ग्रामीण अध्यक्ष और ब्लाक अध्यक्ष और युवा कांग्रेस के अगुवाई में बड़ी संख्या में कांग्रेस ने जन सुनवाई का विरोध किया था जिसमें adm ने सुनवाई को स्थगित कर दिया है जिसे लेकर एक बार फिर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष ने अपने ही पार्टी के लोगो को असामाजिक तत्व बता है क्योंकि कांग्रेस ने ही दावा किया था की कांग्रेसियों ने ही खुल कर विरोध किया है। लेकिन दूसरी ओर असमाजिक तत्व बता कर जल्द ही पुनः जन सुनवाई करने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
*आखिर कौन है ये नेता इनकी राजनीति कैरियर क्या है..*
आपको बता दे की अपने ही पार्टी के नेता को असामाजिक तत्व कहने वाले नेता लक्ष्मी भार्गव मस्तूरी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष के पद पर है।इससे पहले नेता जी ने जम कर जोगी कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के लिए विधायक के लिए दावेदारी कर कांग्रेस को कोसा। छत्तीसगढ़ में जोगी कांग्रेस के सरकार लाने की दावा भी किया लेकिन ऐसा नहीं हुआ और नेता जी ने पुनः कांग्रेस में सामिल हो कर कांग्रेस का गुणगान करने लगे लेकिन अपने ही पार्टी के लोगो को असामाजिक तत्व बता जिससे साफ तौर पर देखा जा रहा है की नेता जी का मन आज भी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे से जुड़ा हुआ है।
*क्या इन्ही नेताओ के भरोसे होगा 2023 में मस्तूरी विधान सभा का चुनाव*
जिस तरह से गुटबाजी का मामला सामने आया जिससे साफ देखा जा रहा है की नेता अपने पार्टी के खिलाफ जा रहे है जिसका सीधा असर विधान सभा चुनाव में पड़ सकता है और एक बार भाजपा विधायक कृष्ण मूर्ति बांधी को एक बार फिर विधायक के लिए पुनः मौका मिल सकता है
*मामले पर ब्लॉक अध्यक्ष ने क्या कहा*
जब हमने पूरे मामले पर ब्लॉक अध्यक्ष से पूछा तब अध्यक्ष ने बताया, मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है इस हम उच्च नेताओ से बात करेंगे जो भी निर्णाय होगा माना जाए गा।